मतदान बूथ पर पुलिस अधिकारी को धमकी देना पड़ा भारी, मनेर विधायक भाई वीरेंद्र पर FIR दर्ज, जानिए पूरा मामला
बता दें कि मनेर विधानसभा के महिनावां हाईस्कूल स्थित मतदान केंद्र पर एक वृद्ध महिला की मदद कर रहे पुलिस अधिकारी को धमकी देने के मामले में पुलिस ने आरजेडी प्रत्याशी भाई वीरेंद्र के खिलाफ मनेर थाना में केस दर्ज किया है.
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बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. 6 नवंबर को हुए मतदान में 1,300 से ज्यादा उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो गई है. मतदान के दौरान कई जगहों पर हिंसक घटनाएं भी हुईं. इनमें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा पर भी हमला हुआ. वहीं कई अन्य नेता और उम्मीदवार बूथ पर पुलिस से भिड़ते नजर आए. इनमें से आरजेडी के प्रत्याशी और अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहने वाले भाई वीरेंद्र का भी नाम शामिल रहा, जो मतदान के दौरान एक पुलिस अफसर से भिड़ गए, लेकिन पुलिस अफसर से भाई वीरेंद्र को पंगा लेना भारी पड़ गया और खबर है कि उनके खिलाफ मनेर थाना में केस दर्ज किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मनेर विधानसभा के महिनावां हाईस्कूल स्थित मतदान केंद्र पर एक वृद्ध महिला की मदद कर रहे पुलिस अधिकारी को धमकी देने के मामले में पुलिस ने आरजेडी प्रत्याशी भाई वीरेंद्र के खिलाफ मनेर थाना में केस दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि मदद के दौरान भाई वीरेंद्र ने सहायक पुलिस अवर निरीक्षक को जला देने की धमकी दी और जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया.
पुलिस पदाधिकारी ने बताया कैसे हुई झड़प?
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दानापुर-2 अमरेंद्र कुमार झा ने बताया कि 'गुरुवार को मनेर के महिनावां स्थित हाईस्कूल स्थित मतदान केंद्र पर बूथ संख्या 79, 80 एवं 81 पर मतदान चल रहा था. इसी दौरान वहां पर एक वृद्ध महिला वोट डालने पहुंचीं और पर्ची दिखाकर बूथ संख्या की जानकारी लेने लगीं. ऐसे में वहां ड्यूटी पर तैनात प्रतिनियुक्त सहायक पुलिस अवर निरीक्षक भरत तिवारी ने महिला की मदद की, लेकिन इसी बीच आरजेडी प्रत्याशी भाई वीरेंद्र वहां पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और भरत तिवारी को धमकी दी.
पुलिस अधिकारी भरत तिवारी की शिकायत पर केस दर्ज
बता दें कि मतदान ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी भरत तिवारी की शिकायत पर आरजेडी के विधायक और प्रत्याशी भाई वीरेंद्र पर केस दर्ज किया गया है. पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. उनपर बीएनएस लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा लगाई गई है.
भाई वीरेंद्र पर पहले से कई मामले दर्ज
मतदान बूथ पर महिला की मदद करने पर पुलिस पदाधिकारी से उलझे भाई वीरेंद्र पर पहले से भी कई मामले दर्ज हैं. इससे पहले भी उन्होंने एक दल विशेष के पक्ष में कार्य करने का आरोप लगाते हुए जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया. ऐसे में एक जनप्रतिनिधि का यह आचरण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन और संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है. इस संबंध में भरत तिवारी की लिखित आवेदन पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई कर रही है. बता दें कि इससे पहले भी भाई वीरेंद्र के खिलाफ एससी-एसटी थाने में कई केस दर्ज हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि मनेर विधानसभा से भाई वीरेंद्र 4 बार विधायक रह चुके हैं. इस सीट पर वह प्रभावशाली नेता माने जाते हैं. वह अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं. वर्तमान में वह इसी विधानसभा से विधायक हैं. भाई वीरेंद्र लाल तेजस्वी और लालू के भी काफी करीबी हैं.
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