भारत में सैन्य प्रशिक्षण, राष्ट्रपति मुर्मु से प्राप्त मानद जनरल, जानें कौन हैं नेपाल के आर्मी चीफ अशोक राज, जो शांत कर सकते हैं Gen Z का गुस्सा?
नेपाल में जारी हिंसा के बीच सेना का कंट्रोल हो गया है. इस बीच खबर है कि युवाओं को मनाने के लिए आर्मी चीफ अशोक राज बातचीत करने वाले हैं. बातचीत का मुख्य एजेंडा संसद को भंग करने, नई सरकार बनाने और चुनाव कराने का होगा.
Follow Us:
नेपाल में आज तीसरे दिन भी हालात गंभीर है. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद भी विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदर्शनकारी युवा संसद भंग करने और नागरिक नेतृत्व वाली सरकार की मांग पर अड़े हैं. हालात बिगड़ने पर सेना ने सीधे हस्तक्षेप किया है. नेपाल आर्मी चीफ जनरल अशोक राज सिग्देल ने जनता से संयम बरतने और संपत्तियों की रक्षा करने की अपील की है.
प्रदर्शनकारियों को सेना ने बातचीत के लिए बुलाया
आज राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल की मौजूदगी में प्रदर्शनकारी युवाओं और सेना के बीच औपचारिक बातचीत होनी है. इन सब के बीच खबर है कि भारतीय विदेश मंत्रालय नेपाल की सेना के संपर्क में हैं. मंगलवार रात शीतल निवास में सिग्देल और युवा प्रतिनिधियों के बीच अनौपचारिक चर्चा के बाद बातचीत का कदम उठाया गया है. मुख्य एजेंडा संसद को भंग करने, नई सरकार बनाने और चुनाव कराने का होगा. काठमांडू महानगर के मेयर बालेन शाह ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है.सवाल यह है कि क्या वे देश को इस संकट से निकाल पाएंगे?
भारतीय सेना के मानद जनरल भी हैं जनरल हैं अशोक राज सिग्देल
1 फरवरी 1967 को रुपन्देही जिले में जन्मे अशोक राज सिग्देल 1986 में नेपाल सेना में शामिल हुए और अगले ही वर्ष उन्हें कमीशन मिला. उन्होंने चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से स्ट्रैटेजिक स्टडीज में मास्टर डिग्री हासिल की है, साथ ही त्रिभुवन विश्वविद्यालय से एमए भी किया है. सिग्देल को नेपाल, चीन और भारत में उच्च स्तरीय सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त हुआ, जिसमें भारत का डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स भी शामिल है.
अपने लंबे करियर में वे इंस्पेक्टर जनरल, डायरेक्टर ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस के पद पर रहे और बटालियन से लेकर ब्रिगेड और डिवीजन तक का नेतृत्व किया. वे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के तहत यूगोस्लाविया, ताजिकिस्तान और लाइबेरिया में भी तैनात रहे. 9 सितंबर 2024 को राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने उन्हें नेपाल का 45वां सेना प्रमुख नियुक्त किया.
आपको बता दें कि नेपाली सेना के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) सुप्रबल जनसेवाश्री जनरल अशोक राज सिगडेल नेपाल आर्मी के साथ भारतीय सेना के भी मानद जनरल हैं. जनरल सिगडेल को पिछले साल दिसंबर में भारतीय सेना के जनरल के मानद रैंक से सम्मानित किया गया था. यह दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक ऐसी अनूठी एवं गौरवशाली परंपरा है जो सैन्य संबंधों को और मजबूत करती है.
राष्ट्रपति भवन में हुआ था अलंकरण समारोह
जनरल सिगडेल को औपचारिक रूप से माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा भारतीय सेना की मानद जनरलशिप से सम्मानित किया गया. यह विशेष सम्मान नेपाली और भारतीय सेनाओं के बीच लंबे समय से चले आ रहे और असाधारण बंधन को दर्शाता है. यह परंपरा 70 वर्षों से अधिक पुरानी है और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सैन्य सहयोग का प्रतीक है.
अलंकरण समारोह में जनरल सिगडेल को औपचारिक रूप से उनकी रैंक प्लेट में बदलाव के साथ भारतीय सेना के मानद जनरल के रूप में एक नई उपाधि से सम्मानित किया गया. यह एक ऐसा भाव है जो गहरे पारस्परिक सम्मान और रक्षा संबंधों की मजबूती को रेखांकित करता है.
यह भी पढ़ें
यह प्रतिष्ठित मान्यता नेपाल और भारत के बीच बेहतर रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने में जनरल सिगडेल के नेतृत्व और महत्वपूर्ण योगदान का प्रमाण है.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें