तबाह हो जाएगा ईरान का परमाणु अड्डा, जमीन के 260 फुट नीचे अमेरिका के 'बंकर बस्टर बम' से होगा प्रहार!
ईरान-इजराइल जंग में अमेरिका की एंट्री हो सकती है. हालांकि अमेरिका सामने से इस युद्ध में नहीं आएगा लेकिन इजराइल के कंधे पर 'बंदूक' रखकर ईरान की परमाणु क्षमता को ध्वस्त करने की तैयारी कर रहा है.
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ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बर्बाद करने के लिए इजरायल ने पूरा जोर लगा रखा है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम को तबाह करने का संकल्प लिया है.
अमेरिकी धरतीफाड़ बंकर बम से नष्ट होगा ईरान का परमाणु केंद्र
खबर है कि ईरान ने अपनी फोर्डो न्यूक्लियर फैसिलिटी को जमीन के लगभग 260 फुट नीचे, बेहद सुरक्षित तरीके से बंकर में बना रखा है. कहा जा रहा है कि इजराइल के पास ऐसी क्षमता नहीं है कि वह जमीन के इतना नीचे मार कर सके. ऐसे में अमेरिका के बेहद घातक धरतीफाड़ बंकर बम की मदद से ईरानी परमाणु केंद्र को नेस्तनाबूद करने की योजना बनाई जा रही है.
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बर्बाद करने के लिए इजरायल ने पूरा जोर लगा रखा है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम को तबाह करने का संकल्प लिया है. इस हमले का मुख्य निशाना फोर्डो परमाणु संवर्धन केंद्र है. यह तेहरान के दक्षिण-पश्चिम में क़ोम शहर के पास एक पहाड़ के अंदर बना है. फोर्डो को ईरान के सबसे सुरक्षित परमाणु केंद्र में से एक माना जाता है. ईरान का सबसे बड़ा परमाणु केंद्र नतांज है, जिस पर हाल ही में इजराइल ने हमला किया था.
260 फुट गहराई में 2009 में बनकर हुआ तैयार
ईरान का फोर्डो परमाणु केंद्र क़ोम शहर के पास मोटी-मोटी चट्टानों के नीचे करीब 260 फुट गहराई में बना है. ऊपर से ईरान की सबसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम इसकी हिफाजत करते हैं. ईरान ने 2006 में इसे बनाना शुरू किया था. 2009 में यह बनकर तैयार हुआ. उसी समय ईरान ने इसकी मौजूदगी की बात कबूली थी. अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने पुष्टि की है कि ईरान फोर्डो फैसिलिटी में बेहद उच्च क्षमता के यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है.
अमेरिका कर सकता है बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल
ईरान के फोर्डो परमाणु केंद्र को नष्ट करने के लिए अमेरिका के बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसी खबरें हैं. इसे GBU-57 A/B मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) बम कहा जाता है. इसका वजन 13600 किलो और लंबाई 20 फुट से अधिक है. इसमें 5 हजार पाउंड से अधिक उच्च क्षमता का विस्फोटक लगाया जा सकता है. यह एक गाइडेड बम है, जो जमीन के नीचे कंक्रीट के बंकर को भी नेस्तनाबूद कर सकता है. इसे धरती के नीचे 200 फीट से अधिक गहराई में तबाही मचाने के लिए डिजाइन किया गया है.
अमेरिका के GBU-57 A/B मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बम के काम करने का तरीका भी अनोखा है. धरती के इतना नीचे कोई आम मिसाइल काम नहीं कर सकती. इसलिए ये पैनेट्रेटर बम कई चरणों में काम करता है. पहला धरती की सतह पर धमाके से साथ अंदर घुसता है, फिर एक के बाद एक विस्फोट करते हुए अंदर तक प्रवेश कर जाता है. इस तरह धरती के नीचे किले की तरह बनाए गए कंक्रीट के सुरक्षित बंकरों को भी इसके जरिए तबाह किया जा सकता है.
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ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि इस धरतीफाड़ बंकर बम को अमेरिका ने तैयार किया है. इसके बारे में कहा जाता है कि इसे सिर्फ अमेरिकी वायुसेना के अत्याधुनिक बी-2 स्पिरिट स्टेल्थ फाइटर से ही छोड़ा जा सकता है. यह विमान 18 हजार किलो तक का पेलोड ले जाने में सक्षम है. अमेरिकी वायुसेना ने पहले बताया था कि वह वह बी-2 स्पिरिट स्टेल्थ बॉम्बर में दो GBU-57 A/B लगाकर सफल परीक्षण कर चुका है. दो बमों का मतलब हुआ कि बी-2 विमान 27,200 किलो वजन ले जाने की अपनी क्षमता दिखा चुका है. यह विमान भी बहुत खास है. इसमें एक बार तेल भरने पर यह 18,500 किलोमीटर तक बिना रुके उड़ान भर सकता है.
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