राजा रघुवंशी केस में नए किरदार की एंट्री! सोनम ने इस शख्स से की थी एक महीने में 234 बार फोन पर बात
राजा रघुवंशी की हत्याकांड में सोनम रघुवंशी पुलिस की हिरासत में है. वहीं, सोनम के कथित प्रेमी आकाश और अन्य संदिग्धों से भी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. जांच में कई नए पहलू सामने आ रहे हैं, जिससे यह हत्याकांड और गहराता जा रहा है. अब इस मामले में तीन मोबाइल फोनों की भूमिका बेहद अहम हो गई है.
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मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला अब एक हाई-प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री में बदल चुका है. केस की मुख्य आरोपी और राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी पुलिस की हिरासत में है. वहीं, सोनम के कथित प्रेमी आकाश और अन्य संदिग्धों से भी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. जांच में कई नए पहलू सामने आ रहे हैं, जिससे यह हत्याकांड और गहराता जा रहा है.
फोन से खुलेंगे क़त्ल के राज
अब इस मामले में तीन मोबाइल फोनों की भूमिका बेहद अहम हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, राजा की हत्या के बाद सोनम ने अपना फोन आकाश को सौंपा था, जिसे बाद में नष्ट कर दिया गया. पुलिस का दावा है कि सोनम के तीनों फोन हत्या के बाद से गायब हैं। हत्या के तुरंत बाद सोनम ने घटनास्थल पर ही अपने फोन स्विच ऑफ कर दिए थे. लेकिन सोनम की एक चूक पुलिस के लिए सुराग बन गई. व्हाट्सएप चेक करने के लिए उसने एक बार अपना सिम एक्टिव किया था. पुलिस ने इसी लोकेशन के आधार पर सर्च ऑपरेशन तेज किया है.
मेघालय से लेकर इंदौर तक ऑपरेशन
फोन की लोकेशन को ट्रैक कर पुलिस ने इंदौर, गुवाहाटी और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाया है. साथ ही मेघालय पुलिस भी अपने स्तर पर फोन की रिकवरी के लिए जुटी हुई है. पुलिस को आशंका है कि मोबाइल में हत्या से जुड़ी कई अहम चैट्स और रिकॉर्डिंग्स मौजूद हो सकती हैं, जो साजिश की पुष्टि कर सकती हैं. पुलिस की जांच प्रक्रिया में यह भी खुलासा हुआ है कि राजा रघुवंशी का मोबाइल सोनम ने खुद तोड़ा, और फिर आरोपी विशाल ने उसे एक गहरी खाई में फेंक दिया. अब पुलिस उन जगहों की तलाशी ले रही है, जहां से मोबाइल फोन बरामद हो सकते हैं.
संजय वर्मा की एंट्री से बढ़ी पुलिस की सिरदर्दी
राजा रघुवंशी की हत्या केस में एक और बड़ा ख़ुलासा हुआ है. हत्याकांड में अब एक नया और रहस्यमय किरदार सामने आया है. इस मामले की जांच कर रही पुलिस को सोनम रघुवंशी की कॉल डिटेल्स खंगालने के दौरान एक ऐसे शख्स का पता चला है, जिसका नाम संजय वर्मा बताया जा रहा है. इससे सोनम की सैकड़ों बार बातचीत हुई थी. पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 1 मार्च से 8 अप्रैल के बीच सोनम और संजय वर्मा के नाम से रजिस्टर्ड नंबर पर कुल 234 कॉल्स की गईं. यह नंबर ट्रू कॉलर एप पर 'संजय वर्मा' के नाम से दिख रहा है. पुलिस के मुताबिक कॉल्स की टाइमिंग और लोकेशन बेहद अहम हैं, क्योंकि इनका ताल्लुक हत्या की साजिश से जुड़ा हो सकता है. जानकारी के अनुसार, 8 जून की रात 11:20 बजे यह नंबर अचानक ऑफलाइन हो गया. इसी रात सोनम को गाजीपुर में देखा गया था. पुलिस को शक है कि हत्या की घटना के बाद यह नंबर जानबूझकर बंद किया गया, ताकि पहचान छिपाई जा सके. फिलहाल पुलिस इस नंबर की वास्तविक पहचान को लेकर छानबीन कर रही है. जांच एजेंसियों को शक है कि यह नंबर फर्जी दस्तावेजों से खरीदा गया सिम भी हो सकता है. यही कारण है कि पुलिस ने नंबर से जुड़े सभी तकनीकी डिटेल्स निकालने के लिए साइबर सेल की मदद ली है.
बताते चलें कि इस बीच शिलॉन्ग पुलिस की एक टीम मंगलवार को इंदौर में राजा रघुवंशी के घर पहुंची. यहां पुलिस अधिकारियों ने राजा के परिजनों से करीब घंटे भर तक पूछताछ की, जिसमें खासतौर पर उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी के व्यवहार, शादी के बाद के संबंधों और इंदौर में बिताए गए दिनों को लेकर सवाल पूछे गए. पुलिस टीम में शामिल तीन अधिकारियों ने राजा के भाई विपिन रघुवंशी और मां से अलग-अलग बातचीत की. सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान सोनम के स्वभाव, उसके फोन उपयोग की आदतें और रोज़मर्रा के विवादों पर जानकारी जुटाई गई.
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अब देखना यह है कि इंदौर से जुटाई गई जानकारी जांच को किस दिशा में मोड़ती है. आने वाले दिनों में इस केस में और बड़े खुलासे की संभावना जताई जा रही है. बहरहाल पुलिस द्वारा अन्य कई पहलू से भी जाँच की प्रक्रिया जारी रखी गई है.
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