'कमर तोड़ी और ऐसी कुटाई की है कि...मॉडल हो तो UP जैसा', माफियातंत्र और उनके पैरोकारों पर CM योगी का बड़ा हमला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीती रात गीडा के कार्यक्रम में फुल फॉर्म में दिखे. यहां उन्होंने विकास, निवेस और रोजगार पर तो बोला ही, बल्कि माफियाराज और पूर्व की सरकारों मसलन सपा सरकार पर भी जबरदस्त प्रहार किया. उन्होंने कहा कि कहा आज सरकार ने प्रदेश में विकास के लिए सुरक्षा का ऐसा बेहतर वातावरण बनाया जहां गुंडागर्दी नहीं चलती. गुंडा टैक्स, माफियाराज, मनमानापन नहीं चलता. उन्होंने कहा कि माफियाओं की कमर तोड़ दी है, ऐसी कुटाई की है कि उस पर इंडस्ट्री लग रही है.
Follow Us:
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक बार फिर रुद्रावतार दिखा. गीडा के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने बीते 8.5 सालों में हुए विकास कार्यों, निवेश प्रस्तावों, उद्योगों की स्थापना और लॉ एंड ऑर्डर के मोर्चे पर अपार सफलता का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने कि आज लोगों को नौकरी और रोजगार देने का प्रयास प्रारंभ किया गया. इतना ही नहीं आज लोगों में सुरक्षा का वातावरण का भाव पैदा हुआ, कोई गुंडागर्दी नहीं, गुंडा टैक्स नहीं, माफियाराज नहीं, मनमानापन नहीं बल्कि अपराध और अपराधियों के प्रति, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है.
वहीं पूर्व की सपा पार्टी के कार्यकाल पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कैसे इस दौरान पूरे प्रदेश में माफिया का व्यापक प्रभाव था. सीएम योगी ने आगे कहा कि जमीनों पर कब्जा माफियाओं द्वारा किया जाता था, आम लोग, शासन-प्रशासन सबका नुकसान होता था, लेकिन आज की सरकार ने इन माफियातंत्र की कमर तोड़ दी है.
सीएम योगी ने आगे कहा कि कैसे आज पूरे देश में यूपी एक उत्तम प्रदेश के रूप में स्थापित हुआ है. उन्होंने कहा कि आज लोग उदाहरण देते हैं कि मॉडल हो तो कैसा, उत्तर प्रदेश जैसा. सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के दृष्टिकोण से देश में एक मॉडल स्टेट के रूप में स्थापित हो चुका है. उन्होंने इस दौरान बता कि कैसे अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कैसे की जाए, यह भी उत्तर प्रदेश के मॉडल से समझा जा रहा है. राज्य में सुरक्षा का बेहतर वातावरण बना है, अन्नदाता किसानों से सीधा संवाद स्थापित हुआ है और उन्हें भूमि का उचित मुआवजा मिलना शुरू हुआ है.
'राज्य में बना सुरक्षा का बेहतर वातावरण'
जमीन अधिग्रहण, रोजगार, मुआवजा और किसानों कल्याण की नीतियों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में सुरक्षा का बेहतर वातावरण बना है, अन्नदाता किसानों से सीधा संवाद स्थापित हुआ है और उन्हें भूमि का उचित मुआवजा मिलना शुरू हुआ है. यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी किसान के साथ अन्याय न हो और उसकी बात सुनी जाए. वहीं सरकार की आगामी योजनाओं और सोच के बारे में कहा कि उनके शासन का लक्ष्य है कि किसी गरीब को बेघर न होना पड़े, और यदि किसी विकास परियोजना के लिए गरीब की भूमि की आवश्यकता पड़े, तो उसे उचित मुआवजा और आवास की सुविधा दोनों उपलब्ध कराई जाएं. इसी संकल्प के साथ उत्तर प्रदेश आज देश को उत्कृष्ट इंफ्रास्ट्रक्चर देने में भी सफल हुआ है.
'कर्फ्यू गायब है, दंगे और अराजकता बंद'
उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस केवल एक भाषा ही नहीं बल्कि भाव भी है, जिसे जमीनी धरातल पर सख्ती के साथ उतारा गया. इसका परिणाम है कि उत्तर प्रदेश आज कानून-व्यवस्था और सुरक्षा की दृष्टि से देश के अंदर एक मॉडल स्टेट के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने में सफल हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश से माफिया गायब हैं. कर्फ्यू गायब है, दंगे और अराजकता बंद है. उपद्रव का प्रदेश अब उत्सव का प्रदेश बन गया है.
'कार्य अच्छा होगा, बस इच्छा शक्ति होनी चाहिए'
मुख्यमंत्री ने इस दौरान सपा सरकार की वोट बैंक की सियासत और विकास के मामले में पिछड़े प्रदेश को लेकर कहा कि किसी भी अच्छे कार्य के लिए करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए. उन्होंने याद दिलाया कि आठ वर्ष पहले प्रदेश में क्या स्थिति थी? साथ ही बताया कि पहले जाति के नाम पर लड़ाने, भाषा और क्षेत्र के नाम पर बांटने, तुष्टिकरण की नीति पर चलकर अराजकता पैदा करने, यूपी के सामने पहचान का संकट पैदा करने, वैमनस्यता पैदा करके प्रदेश में कर्फ्यू जैसा माहौल बनाने की सोच पिछली सरकारों की थी.
'कब्जा माफिया की ऐसी कुटाई हुई कि...'
सीएम योगी ने कहा कि सपा और कांग्रेस को जब सत्ता में जमने का अवसर मिला तो वे लोगों को जाति-पाति में लड़ाते थे, अराजकता फैलाते थे. गुंडागर्दी पैदा करके व्यापारी की प्रॉपर्टी पर और गरीब की जमीन पर कब्जा करना अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते थे. उन्होंने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार आई, तो आपने देखा होगा कि ये कब्जा करने वाले जो थे, उनकी कमर हमने सीधी कर दी है. और, इतनी कुटाई उनकी हुई है कि अब उनके ऊपर हम लोग फैक्ट्री का निर्माण कर रहे हैं.
गीडा के कार्यक्रम में बोल रहे थे सीएम योगी
सीएम योगी शनिवार को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 36वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. भव्य और विविधतापूर्ण समारोह में मुख्यमंत्री ने गीडा के विभिन्न सेक्टरों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 408 करोड़ रुपये के 114 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया. 6139 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश के लिए आवंटित 115 भूखंडों में से पांच निवेशकों को अपने हाथों से आवंटन प्रमाण पत्र सौंपा. गीडा स्थित नाइलिट कैम्पस से कौशल विकास का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को सर्टिफिकेट वितरित किए. समारोह के दौरान सीएम ने गीडा में आयोजित तीन दिवसीय यूपी स्टेट ट्रेड शो का भी उद्घाटन किया. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने लखनऊ में 34 करोड़ रुपए से बनने वाली फ्लैटेड फैक्ट्री और गोरखपुर में 3.91 करोड़ रुपए की लागत वाली ओडीओपी पैकेजिंग सीएफसी का शिलान्यास किया और उद्यमियों को इंसेंटिव और ऋण धनराशि का वितरण किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण की स्थापना 36 वर्ष पूर्व हुई थी. पर, स्थापना के साथ ही इस पर कुछ बीमारियों ने भी हमला प्रारंभ कर दिया था. 1989 से लेकर 1998 तक गीडा की औद्योगिक गतिविधियां लगभग शून्य रहीं. धरना-प्रदर्शन चलते थे, गोलीकांड होते थे, अव्यवस्था चलती थी. न सरकार का विज़न था और न ही यहां पर कोई कार्य करने की इच्छाशक्ति थी. परिणाम हुआ कि गीडा तो चल नहीं पाया था लेकिन गोरखपुर का खाद कारखाना जरूर बंद हो गया था. गोरखपुर में इंसेफलाइटिस की बीमारी कहर बनकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के बच्चों को निगलती हुई दिखाई दे रही थी.
'धरातल पर उतरे 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव'
सीएम योगी ने कहा कि आज सरकार हर सेक्टर में नौजवानों को नौकरी दे रहे है. निवेश आ रहा है, तो नौकरी भी बरस रही है. निवेश आएगा तो नौकरी भी लेकर आएगा. हर निवेश नौकरी और रोजगार की संभावनाओं को विकसित करता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 लाख करोड़ रुपये के जो निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरे हैं, उनके माध्यम से डेढ़ करोड़ नौजवानों के लिए सीधे-सीधे नौकरी की स्थिति बनी. अकेले गीडा में ही लगभग 40,000 नौजवानों को नौकरी मिली है.
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व प्राप्त होने के बाद से हम नए बदलते हुए भारत को देख रहे हैं. बदलते हुए भारत में उत्तर प्रदेश अपने आपको पीछे नहीं कर सकता. उत्तर प्रदेश ने भी तेजी के साथ भारत के बदलाव के साथ अपने आपको तैयार किया. आज परिणाम यह है कि उत्तर प्रदेश के अंदर डबल इंजन की सरकार आने के बाद 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव इसी दिसंबर महीने में हम जमीनी धरातल पर उतारेंगे. उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से लाखों नौजवानों को नौकरी और रोजगार अपने ही जनपद में, अपने प्रदेश में सुलभ कराने का एक बड़ा कार्य प्रारंभ हुआ है.
विरासत पर गौरव किए बिना आगे नहीं बढ़ सकता कोई देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 नवंबर को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर-कमलों से भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर भव्यता के साथ भगवा धर्मध्वजा को आरोहित किया गया. यह देख 140 करोड़ भारतवासी, सभी सनातनी झूम उठे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को मंदिर भूमि पूजन, 22 जनवरी 2024 को रामलला प्राण प्रतिष्ठा और अब धर्मध्वजा आरोहण, हर बार पीएम मोदी आए. उन्होंने भारत की विरासत को सम्मान देकर आने वाली पीढ़ी को संदेश दिया कि विरासत पर गौरव किए बिना कोई देश आगे नहीं बढ़ सकता.
'धर्मध्वजा की स्थापना होते ही मिली भारत को खुशखबरी'
सीएम योगी ने कहा कि धर्मध्वजा आरोहित कर प्रधानमंत्री अयोध्या से लौटे और दो दिन बाद ही समाचार आया कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. उन्होंने कहा कि यह नया भारत अब विकसित भारत बनने के संकल्प की ओर तेजी से आगे बढ़ चुका है. जब भारत आगे बढ़ेगा तो उत्तर प्रदेश पीछे नहीं रह सकता. उत्तर प्रदेश अगर आगे बढ़ेगा तो गोरखपुर पीछे कैसे रह सकता है?
'माफियागिरी ने कर दिया था सबकुछ चौपट'
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश आज़ादी के बाद से निरंतर उपेक्षित रहा. यहां उद्योग–धंधे या तो थे नहीं, और जो थे वे बंद हो रहे थे. माफियागिरी ने निवेश चौपट कर दिया था. जबकि आज आधुनिक विकास हो रहा है, निवेश आ रहा है. अब देश और दुनिया का सबसे बड़ा उद्यमी भी गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में निवेश करने आ रहा है. 2017 के बाद सुधरी कानून-व्यवस्था, बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर, शानदार कनेक्टिविटी और करीब तीन दर्जन सेक्टोरियल पॉलिसी के कारण गीडा में आज निवेशकों की भीड़ है. पिछले आठ वर्ष में लगभग 500 औद्योगिक इकाइयां गीडा में स्थापित हुईं.
सीएम ने आगे कहा कि 11,618 करोड़ से अधिक रुपये के निवेश से लगभग 40,000 नौजवानों को सीधे नौकरी मिली. यहां केयान इंडस्ट्री, अअंकुर उद्योग, इंडिया ऑटो व्हील्स, एसडी इंटरनेशनल, सीपी मिल्क एंड फूड्स, तत्वा प्लास्टिक, कपिला कृषि उद्योग, पेप्सिको, कोका-कोला, कैम्पा सभी यहां निवेश कर रहे हैं. धुरियापार में रिलायंस समूह भी कैंपा ब्रांड की यूनिट लगाने को तैयार है.
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे 800 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है. सेक्टर स्पेसिफिक स्कीम के अंतर्गत प्लास्टिक पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री भी आ रही है, जिससे नौजवानों को और अवसर मिलेंगे. नाइलिट के माध्यम से युवा स्किल डेवलपमेंट में प्रशिक्षित हो रहे हैं. गीडा से लेकर धुरियापार तक एक बड़ा औद्योगिक कॉरिडोर विकसित हो रहा है जिसमें अंबुजा सीमेंट, श्रेयस डिस्टिलरी आदि आने जा रही हैं. सीएम ने कहा कि आने वाले समय में गीडा एक विकसित औद्योगिक हब के रूप में स्थापित होगा.
गीता प्रेस को भी गीडा में मिली भूमि!
सीएम ने कहा कि मुझे खुशी हुई कि गोरखपुर में भारत की सनातन परंपरा की पहचान को वैश्विक मान्यता देने वाले ‘गीता प्रेस’ को भी आज गीडा में 10 एकड़ भूमि का आवंटन पत्र प्राप्त हुआ है.
साथ ही नाइलिट से जुड़े छात्रों को सर्टिफिकेट दिए गए. मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को गीडा के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि विकास की प्रक्रिया को सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाकर गीडा को उत्तर प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक हब के रूप में स्थापित किया जाएगा. इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौजवानों के लिए रोजगार व नौकरी की नई संभावनाओं के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement