टोट बैग अब सिर्फ शॉपिंग तक सीमित नहीं रहे. ये फैशन और पर्सनैलिटी का हिस्सा बन चुके हैं. युवा इन्हें स्टाइल के साथ अपनाते हैं.
पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने वाले प्लास्टिक बैग्स का विकल्प. कॉटन, जूट और कैनवास से बने बैग ज़्यादा टिकाऊ. इको-फ्रेंडली चॉइस के रूप में युवाओं की पहली पसंद.
फैशन ब्रांड्स और डिजाइनर्स भी टोट बैग्स लॉन्च कर रहे. डिज़ाइन और कलर की ढेरों वैरायटी उपलब्ध. हर आउटफिट के साथ आसानी से मैच हो जाते हैं.
स्टडी, ऑफिस या शॉपिंग—हर जगह काम के. एक ही बैग में किताबें, लैपटॉप और जरूरी सामान. कम्फर्ट और कैपेसिटी दोनों का बेस्ट कॉम्बिनेशन.
सोशल मीडिया पर भी टोट बैग्स का ट्रेंड. इंफ्लुएंसर इन्हें स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में प्रमोट कर रहे. युवा फैशन में इन्हें फॉलो कर रहे हैं.
टोट बैग्स को री-यूज़ किया जा सकता है. लंबे समय तक इस्तेमाल में टिकाऊ रहते हैं. यही वजह है कि प्लास्टिक से बेहतर विकल्प हैं.
कीमत के मामले में भी किफायती. महंगे ब्रांड्स से लेकर लोकल मार्केट तक उपलब्ध. हर बजट के हिसाब से ढेरों ऑप्शंस मौजूद.
कस्टमाइज़ेशन का भी ट्रेंड बढ़ा. युवा अपने नाम या डिज़ाइन प्रिंट करवाते हैं. पर्सनल टच के कारण और भी स्पेशल बन जाते हैं.
सेलिब्रिटी भी टोट बैग्स कैरी करते दिखते हैं. उनकी स्टाइल देखकर फैन्स भी इन्हें चुनते हैं. इससे इनकी पॉपुलैरिटी और बढ़ रही है.
टोट बैग्स सिर्फ फैशन नहीं, जिम्मेदारी भी हैं. ये धरती को प्लास्टिक से बचाने का छोटा कदम हैं. स्टाइल के साथ सस्टेनेबिलिटी का परफेक्ट कॉम्बो.