मानसून में पालक खाना नुकसानदायक हो सकता है. हर मौसम में हेल्दी नहीं होती हरी सब्ज़ियां. जानिए क्यों बारिश में इससे दूरी बनाना बेहतर है.
गंदगी और कीटाणु जमा होते हैं : पालक की पत्तियां बारिश में ज्यादा गंदी हो जाती हैं. जिससे पेट संक्रमण और फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ता है.
फंगस और बैक्टीरिया का खतरा : नमी के कारण पालक पर फफूंदी और बैक्टीरिया पनप सकते हैं. जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं.
पाचन में हो सकती है दिक्कत : मानसून में पालक हैवी और गैस पैदा कर सकती है. कब्ज और अपच की समस्या हो सकती है.
आयरन तो है, पर ऑक्सलेट भी! पालक में ऑक्सलेट्स होते हैं जो मानसून में ज्यादा एक्टिव हो सकते हैं. यह किडनी स्टोन का खतरा बढ़ा सकते हैं.
बाजार की पालक सबसे ज्यादा रिस्की : बरसात में खेतों में कीचड़ और पानी जमा रहता है. बिना साफ-सफाई के पालक खाना रिस्क ले सकता है.
पालक खाना है तो ध्यान रखें कुछ बातें. साफ पानी से अच्छी तरह धोकर, अच्छी तरह पकाकर खाएं. या मानसून में थोड़े समय के लिए इसे अवॉइड करें.
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