आज 24 जुलाई को सावन मास की अमावस्या है, जिसे हरियाली अमावस्या कहा जाता है. यह दिन पितरों के तर्पण, पिंडदान और पुण्य कार्यों के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है.
मान्यता है कि हरियाली अमावस्या के दिन विधिपूर्वक पूजा करने से न केवल पापों का क्षय होता है, बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी आती है.
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इस दिन स्नान और दान के साथ-साथ पवित्र स्थलों पर दीपक जलाना, जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति का संचार करता है. तो चलिए जानते है कि शाम में कहां-कहां दीपक जलाना बेहद शुभ होगा
हरियाली अमावस्या की शाम यदि मुख्य द्वार पर दीपक जलाया जाए, तो यह घर में शुभ ऊर्जा के प्रवेश का द्वार खोलता है और धन-समृद्धि में वृद्धि लाता है.
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हरियाली अमावस्या के दिन यदि तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाया जाए, तो मां लक्ष्मी की कृपा से जीवन से आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है.
पीपल को त्रिदेवों, ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक माना गया है. हरियाली अमावस्या की संध्या यदि इसके नीचे दीपक जलाया जाए, तो यह ग्रह दोषों के प्रभाव को कम करता है और पितृ दोष से भी शांति मिलती है.
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जहां आप अपने पितरों की तस्वीरें रखते हैं, उस पवित्र स्थान पर आज दीपक जलाना बेहद शुभ माना गया है. इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सफलता के द्वार खुलते हैं.
हरियाली अमावस्या की शाम घर के पूजा स्थल पर दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है. इससे ईश्वर की कृपा बनी रहती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मंगल प्रभाव आता है.