भारत विविधताओं में एकता का प्रतीक है और यही विविधता हमारे त्योहारों में भी झलकती है.
ऐसे में विजयदशमी यानी दशहरा का पर्व 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
दशहरे का यह दिन सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि भारत की सदियों पुरानी परंपरा और ‘बुराई पर अच्छाई की जीत’ का प्रतीक भी है.
ऐसे में कई राज्यों में दशहरे का पर्व अलग-अलग तरह से मनाया जाता है. जैसे कि…
उत्तर भारत यानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे शहरों में रावण दहन किया जाता है, जगह-जगह मेलों का आयोजन किया जाता है.
वहीं पश्चिम बंगाल में दशहरे के दिन महिलाएं सिंदूर खेला करती हैं. जिसमें विवाहित महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं.
महाराष्ट्र में दशहरे पर शमी के पौधे की पूजा की जाती है और आम के पत्तों को आपस में बांटा जाता है जो सुख-समृद्धि का प्रतीक है.
गुजरात में नवरात्रि का समापन दशहरे के साथ किया जाता है. यहां पर गरबा और डांडिया की धूम होती है और दशहरे पर मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जित किया जाता है.
कर्नाटक का मैसूर दशहरा पूरे विश्व में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है. यहां दशहरा 10 दिनों तक बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. मैसूर पैलेस को हजारों बल्बों से सजाया जाता है और दसवें दिन जंबू सवारी शोभायात्रा निकाली जाती है.