सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. इस बार ये तिथि 23 जुलाई, बुधवार की सुबह 04:39 से शुरू होगी जो रात 02:29 तक रहेगी.
सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. इस बार ये तिथि 23 जुलाई, बुधवार की सुबह 04:39 से शुरू होगी जो रात 02:29 तक रहेगी.
भगवान शिव की आराधना का सबसे पावन दिन शिवरात्रि होता है. शिवरात्रि के दिन भक्त व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं.
भगवान शिव की आराधना का सबसे पावन दिन शिवरात्रि होता है. शिवरात्रि के दिन भक्त व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं.
लेकिन कई बार अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका फल नहीं मिलता. अगर आप महादेव की कृपा चाहते हैं, तो भूलकर भी ये 7 काम न करें
लेकिन कई बार अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका फल नहीं मिलता. अगर आप महादेव की कृपा चाहते हैं, तो भूलकर भी ये 7 काम न करें
1- शिवरात्रि पर काले कपड़े न पहनें. इस दिन सफेद, पीले या हल्के रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है. काला रंग नकारात्मकता से जुड़ा होता है, इसलिए इस दिन इससे बचना चाहिए.
1- शिवरात्रि पर काले कपड़े न पहनें. इस दिन सफेद, पीले या हल्के रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है. काला रंग नकारात्मकता से जुड़ा होता है, इसलिए इस दिन इससे बचना चाहिए.
2- भगवान शिव को केतकी और केवड़े के फूल पसंद नहीं हैं. इसलिए, इनकी जगह आप धतूरा, आक या कमल जैसे सफेद फूल चढ़ा सकते हैं.
3- भगवान शिव को तुलसी न चढ़ाएं. तुलसी माता भगवान विष्णु को समर्पित हैं, इसलिए शिवलिंग पर तुलसी चढ़ाना वर्जित माना गया है.
4- शिवलिंग की परिक्रमा आधी ही करनी चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार, शिवलिंग की पूर्ण परिक्रमा करना अशुभ माना जाता है.
बेलपत्र ताजे और साफ-सुथरे होने चाहिए. कटे-फटे या सूखे बेलपत्र न चढ़ाएं, इससे पूजा का फल नहीं मिलता.
शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय तांबे का बर्तन इस्तेमाल करें. कांसे या एल्यूमिनियम के बर्तन से दूध चढ़ाना अशुभ माना जाता है.
7- शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक करना उत्तम और शुभ माना जाता है. नारियल पानी से अभिषेक करना अशुभ माना जाता है.