मानसून का मौसम अपने साथ लाता है ठंडी हवाएं, हरियाली और राहत… लेकिन साथ ही - मच्छर, मक्खी, तिलचट्टे, दीमक और कई तरह के बरसाती कीट-पतंगे, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं. डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फूड पॉइजनिंग - ये सभी बीमारियां मानसून में बहुत तेजी से फैलती हैं. कारण? घर और आसपास पनपने वाले कीट और गंदगी.
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं! रासायनिक स्प्रे के बजाय आप कुछ नेचुरल और घरेलू उपायों से अपने घर को कीट-मुक्त बना सकते हैं.
नीम का धुआं या नीम का तेल : नीम एक प्राकृतिक कीटनाशक है. आप नीम की सूखी पत्तियों को जलाकर घर में धुआं कर सकते हैं. या फिर नीम का तेल पानी में मिलाकर स्प्रे करें – मच्छर और कीड़े दूर रहेंगे.
नारियल तेल + कपूर मिश्रण : नारियल तेल में कपूर मिलाकर लगाने से यह मच्छर भगाने वाले क्रीम की तरह काम करता है. इसे हाथ, पैर और गर्दन पर लगाएं – पूरी रात मच्छर नहीं आएंगे. इको-फ्रेंडली मॉस्किटो रिपेलेंट का देसी विकल्प.
नींबू में लौंग लगाकर रखें : एक नींबू को आधा काट लें और उसमें कुछ लौंग गाड़ दें. से कमरे या खिड़की के पास रखें — मक्खियां, मच्छर, चींटियां नहीं आएंगी. बिना किसी खर्च के नेचुरल रिपेलेंट.
लेमनग्रास या लैवेंडर ऑयल डिफ्यूज़र : लेमनग्रास, सिट्रोनेला और लैवेंडर ऑयल की खुशबू से कीड़े दूर रहते हैं. आप इसे डिफ्यूज़र या स्प्रे बॉटल में डालकर घर में इस्तेमाल कर सकते हैं. माहौल भी महकेगा और कीड़े भी दूर रहेंगे.
दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगवाएं : मानसून में कीटों का प्रवेश रोकने का सबसे आसान तरीका है — मक्खी-रोधी जाली (Mosquito Netting). खासकर शाम के समय खिड़कियां बंद रखें या नेट का उपयोग करें. रोकथाम इलाज से बेहतर है.
चींटियों और तिलचट्टों से बचने के लिए बेकिंग सोडा + चीनी : बराबर मात्रा में बेकिंग सोडा और चीनी मिलाकर चींटी वाली जगह पर रखें. यह मिश्रण चींटियों और तिलचट्टों को बाहर कर देगा. सस्ता, असरदार और बिल्कुल सेफ तरीका.
साफ-सफाई सबसे जरूरी है : पानी कहीं इकट्ठा न होने दें – बाल्टी, गमले, कूलर साफ रखें. किचन में जूठे बर्तन न छोड़ें और कचरा रोज़ निकालें. बाथरूम, सिंक और ड्रेनेज में ब्लीच या फिटकरी डालें. जहाँ सफाई है, वहाँ बीमारी की कोई जगह नहीं.
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