हिंदू धर्म में माना जाता है कि यही वो स्थान है, जहां भगवान शिव ध्यान और समाधि में लीन रहते हैं. इसे बौद्ध, जैन और बॉन धर्म के लोग भी बेहद पवित्र मानते हैं. इसकी ऊंचाई लगभग 6,638 मीटर है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि आज तक कोई भी इंसान इसकी चोटी तक नहीं पहुंच पाया है.