भारत की ऑटोमोबाइल यात्रा की शुरुआत! पहली देसी कार बनी 'हिंदुस्तान एम्बेसडर' जानिए कैसे बदली इस कार ने देश की रफ्तार
1957 में भारत ने बनाई अपनी पहली कार : हिंदुस्तान मोटर्स ने की इसकी शुरुआत. नाम रखा गया – हिंदुस्तान एम्बेसडर.
ब्रिटिश डिजाइन पर आधारित : एम्बेसडर, Morris Oxford Series III पर बनी ब्रिटेन की टेक्नोलॉजी, भारतीय आत्मा से जुड़ी, शक्ति, टिकाऊपन और क्लासिक लुक इसका प्रतीक.
VIPs की पहली पसंद : नेताओं और अफसरों की सबसे पसंदीदा कार. प्रधानमंत्रियों से लेकर कलेक्टर तक, सभी की सवारी. सफेद एम्बेसडर बनी भारतीय पावर की पहचान.
आम जनता की कार भी बनी : 80s और 90s में आम लोगों की भी पहली पसंद. रख-रखाव में आसान और मजबूत. लंबे सफर की सबसे भरोसेमंद साथी.
धीरे-धीरे कम हुई चमक : मारुति जैसी कंपनियों की एंट्री ने बदल दिया ट्रेंड. एम्बेसडर पुरानी टेक्नोलॉजी में फंस गई. 2014 में बंद हो गया इसका प्रोडक्शन.
एम्बेसडर की वापसी की चर्चा : 2024 में खबरें आईं — एम्बेसडर करेगी ग्रैंड कमबैक. इस बार इलेक्ट्रिक अवतार में होगी लॉन्च. नई तकनीक, पुरानी पहचान के साथ.
भारत के गर्व की गाड़ी : एम्बेसडर सिर्फ एक कार नहीं, एक भावना है. जिसने देश की सड़कों पर इतिहास रचा. आज भी लोगों के दिल में जिंदा है इसका नाम.
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