एसी खरीदने से पहले जान लें रूम की जरूरत - एसी खरीदते समय सिर्फ ब्रांड या कीमत न देखें. आपके कमरे का आकार और स्थिति भी अहम है.
एसी खरीदने से पहले जान लें रूम की जरूरत - एसी खरीदते समय सिर्फ ब्रांड या कीमत न देखें. आपके कमरे का आकार और स्थिति भी अहम है.
कमरे के अनुसार तय करें एसी की टन क्षमता - रूम जितना बड़ा होगा, उतनी ज्यादा टन क्षमता चाहिए. छोटे कमरे में कम टन का एसी भी अच्छी कूलिंग देगा.
कमरे के अनुसार तय करें एसी की टन क्षमता - रूम जितना बड़ा होगा, उतनी ज्यादा टन क्षमता चाहिए. छोटे कमरे में कम टन का एसी भी अच्छी कूलिंग देगा.
धूप आती है या नहीं? यह भी जानिए - अगर कमरे में सीधी धूप आती है, तो 1.5 टन एसी लगवाए. कम धूप वाले कमरों में 1 टन एसी भी काफी होता है.
धूप आती है या नहीं? यह भी जानिए - अगर कमरे में सीधी धूप आती है, तो 1.5 टन एसी लगवाए. कम धूप वाले कमरों में 1 टन एसी भी काफी होता है.
कमरे की बनावट पर भी ध्यान दें - कम सीलिंग और कम फर्नीचर वाले कमरों में 1 टन एसी ठीक रहेगा. लेकिन अगर कमरे में ज्यादा लोग रहते हैं तो कूलिंग कम पड़ सकती है.
कमरे की बनावट पर भी ध्यान दें - कम सीलिंग और कम फर्नीचर वाले कमरों में 1 टन एसी ठीक रहेगा. लेकिन अगर कमरे में ज्यादा लोग रहते हैं तो कूलिंग कम पड़ सकती है.
वेंटिलेशन और एयरफ्लो का असर- अगर कमरा बंद रहता है और एयरफ्लो कम है, तो 1 टन काफी है. लेकिन बार-बार दरवाजे खुलते हैं तो 1.5 टन एसी लेना बेहतर होगा.
ऊपर के फ्लोर पर है तो क्या करें?- ऊपरी मंज़िल और खुले बालकनी वाले कमरों में धूप ज्यादा लगती है. ऐसे में 1 टन एसी से ठंडक नहीं मिलेगी, 1.5 टन जरूरी है.
सिर्फ कीमत देखकर न लें फैसला - कम कीमत वाला एसी कूलिंग में समझौता करवा सकता है हमेशा जरूरत के हिसाब से सही टन वाला एसी लें.
फाइव स्टार एसी है स्मार्ट चॉइस - बिजली बिल कम करने के लिए फाइव स्टार रेटिंग वाला एसी चुनें. यह शुरू में महंगा हो सकता है, लेकिन लंबे समय में फायदे का सौदा है.