एल्विश यादव फिर मुश्किलों में, गाजियाबाद कोर्ट ने FIR दर्ज करने का दिया आदेश
यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी के विजेता एल्विश यादव पर गाजियाबाद कोर्ट ने FIR दर्ज करने का आदेश दिया है। सौरभ गुप्ता ने उन पर धमकी देने, पीछा करने और उनके घर में घुसने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस से कोई कार्रवाई न होने पर सौरभ ने कोर्ट का रुख किया।

यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी के विनर एल्विश यादव अपनी बेबाकी और बोल्ड स्टेटमेंट्स के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। हालांकि, अब एल्विश को एक नए विवाद का सामना करना पड़ सकता है। गाजियाबाद कोर्ट ने यूट्यूबर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एल्विश पर पीपुल फॉर एनिमल्स (PFA) के सदस्य सौरभ गुप्ता ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है मामला?
सौरभ गुप्ता ने एल्विश यादव पर 10 मई, 2024 को उन्हें धमकाने और पीछा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एल्विश और उनकी टीम ने 3-4 गाड़ियों में उनका पीछा किया, और बाद में वो राजनगर एक्सटेंशन के गौर कैस्केड्स सोसाइटी में रात के करीब 1.30 बजे घुस गए, ताकि वो अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। सौरभ ने ये भी बताया कि वो सोसाइटी के पार्किंग एरिया में करीब 10 मिनट तक घूमते रहे और फिर वहां से निकल गए। इसके अलावा, सौरभ ने सोशल मीडिया पर एल्विश और उनके भाई द्वारा लगातार धमकियां दिए जाने का आरोप भी लगाया।
सौरभ गुप्ता ने क्या कहा?
सौरभ गुप्ता ने कोर्ट में अपनी शिकायत में कहा कि एल्विश यादव और उनके साथी सोशल मीडिया के जरिए उन्हें धमकियां देते रहे थे, जिससे उन्होंने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था। साथ ही, सौरभ ने आरोप लगाया कि एल्विश ने उन्हें एक वीडियो के माध्यम से जान से मारने की धमकी भी दी थी।
कोर्ट का आदेश
सौरभ गुप्ता ने पहले गाजियाबाद के नंदग्राम थाने में एल्विश के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई एक्शन नहीं लिए जाने पर उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब, गाजियाबाद कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि वो एल्विश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें।
फिलहाल, इस मामले पर एल्विश यादव की ओर से कोई बयान नहीं आया है, और ना ही उन्होंने कोर्ट के आदेश पर कोई प्रतिक्रिया दी है। ये मामला अब पुलिस जांच के अधीन है, और देखना होगा कि आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।
एल्विश यादव के लिए ये नया विवाद उनके करियर और छवि पर बड़ा असर डाल सकता है। इस मामले में पुलिस और कोर्ट के फैसले के बाद ही पूरी सिचुएशन साफ होगी।